Meaning of Gaurav ढूंढ रहे हैं तो आप सही जगह पर है। इस पोस्ट में हमने गौरव नाम से सम्बंधित सारी जानकारियां आपके लिए जुटाई हैं।
जैसे गौरव नाम का मतलब, राशि, शुभ अंक, नक्षत्र आदि। तो आइये जानते हैं इस नाम से सम्बंधित सभी जानकारियां।
नाम | गौरव |
नाम का अर्थ | गरिमा, सम्मान, महिमा |
लिंग | लड़का |
धर्म | हिन्दू |
राशि | कुंभ राशि |
अंकज्योतिष | 7 |
शुभ रंग | हल्का नीला, बैंगनी व लाल रंग |
शुभ रत्न | नीलम रत्न/ Blue Sapphire gem |
मित्र राशि | मेष, मिथुन |
ग्रह स्वामी | शनि |
गौरव नाम का अर्थ क्या होता है ?
आप अपने बच्चे का नाम गौरव रखने की सोच रहे हैं ? तो इस नाम का अर्थ जान लीजिये। Meaning of Gaurav होता है गरिमा, सम्मान, महिमा
गौरव नाम के व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा होता है ?
गौरव नाम की राशि कुम्भ है। कुम्भ राशि का जातक/जातिका सुंदर, प्रभावशाली एवं मिलनसार स्वभाव का होगा। बुद्धिमान, साधन संपन्न, तीव्र स्मरण शक्ति एवं गंभीर प्रकृति वाला होगा।
दूसरों के प्रति दया भाव रखने वाला, परोपकारी एवं निस्वार्थ भाव से सेवा करने में तत्पर, स्वाभिमानी, स्वतंत्रताप्रिय एवं नए-नए मित्र बनाने में पीछे नहीं हटेगा।
उद्योगी, उद्यमी, परिसर में प्रकृति एवं प्रबंधात्मक योग्यता विशेष होगी। महत्वकांक्षी होते हुए भी क्रियात्मक दृष्टिकोण रखेंगे तथा अनेक विघ्न बाधाओं के बाद ही जीवन में स्थिति धन आदि प्राप्त करने में सफल होंगे।
गौरव नाम की राशि क्या है ?
इस नाम की राशि कुम्भ है इसके जातक/जातिका मानवीय गुणों से भरपूर और अपने उद्देश्य के प्रति पूरे ईमानदार तथा प्रतिबद्ध होते हैं। वह अतिवादी नहीं होते बड़ों का सम्मान भी यह हृदय से करते हैं
कुंभ राशि के जातक/जातिका किसी भी परिस्थिति के अनुकूल अपने आप को ढाल सकते हैं। जातकों की मित्रता का आधार उनकी व्यक्तिगत परख होती है।
फिर भी इनसे स्थायी संबंधों की अपेक्षा नहीं की जा सकती। इस राशि के जातक फोटोग्राफर, वैज्ञानिक, लेखन, मनोविज्ञान, प्रशासक व वकील सफलता पूर्ण बन सकते हैं।
गौरव नाम के व्यक्ति के गुण क्या है ?
दूसरों के प्रति दया भाव रखने वाला, परोपकारी एवं निस्वार्थ भाव से सेवा करने में तत्पर, स्वाभिमानी, स्वतंत्रताप्रिय एवं नए-नए मित्र बनाने में पीछे नहीं हटेंगे।
गौरव नाम का शुभ अंक क्या होता है ?
इस नाम का शुभ अंक 8 होता है। ये शनि ग्रह के अधीन आते है। इस अंक वाले जातक हमेशा बचत में विश्वास रखते हैं। इसलिए इन्हे कभी भी धन आदि की कमी नहीं होती।
ये भाग्य के भरोसे नहीं जीते अपितु यह मेहनत में विश्वास रखते है। शुभ अंक 8 वालों को सफलता अवश्य मिलती है। परन्तु इसमें थोड़ी देर लग सकती है।
गौरव नाम का नक्षत्र क्या है ?
इस नाम का नक्षत्र धनिष्ठा है। धनिष्ठा नक्षत्र से सम्बंधित अक्षर इस प्रकार है- ग, गा, गी, गू, गे। इस नक्षत्र का चिन्ह मृदंग या ढोल है।
गौरव नाम के लिए शुभ रत्न कौन सा है ?
इस राशि वालों को नीलम नग 5,7,9,12 रती का पंचधातु, लोहे एवं सोने की अंगूठी में शनि के बीज मंत्र “ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः” मंत्र से अभिमंत्रित करके धारण करें
नीलम यह नग नीली किरणों युक्त पारदर्शी होता है नीलम पंचधातु या सुवर्ण ही अंगूठी में कम से कम 4 रत्ती का होना चाहिए।
नीलम रत्न कुछ ही घंटों में अपना असर दिखाने लगता है यदि कोई अनिष्ट हो जाए या आंखों में पीड़ा अथवा रात को भयानक सपने आए तो उसे तुरंत उतार देना चाहिए।
याद रखें कि रत्न हर किसी को लाभ नहीं पहुंचाते। कई बार इन्हे धारण करने से हानि भी हो सकती है। इसलिए किसी अच्छे रत्नो के जानकार से एक बार अवश्य मंत्रणा करें। उसके मार्गदर्शन के बाद ही रत्न धारण करें।
लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद। आपको सम्बंधित जानकारी कैसी लगी कृपया हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखिए और इसे शेयर अवश्य करें।