कुम्भ राशिफल 2021 वार्षिक राशिफल जानिए

Kumbh Rashifal 2021 : वर्ष के आरम्भ से 23 जनवरी तक राशिस्वामी शनि की स्वग्रही दृष्टि रहने से नई-नई कार्य योजनाएं बनेंगी।  गत किये गए कार्यों में सफलता व लाभ प्राप्त होगा।

24 जनवरी से वर्ष के अंत तक कुम्भ राशि पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव होने से पारिवारिक एवं व्यवसाय सम्बन्धी दौड़-धूप, परिश्रम एवं खर्च अधिक रहेंगे।

12 फरवरी से 12 मार्च के मध्य सूर्य होने से बनते कार्यों में अड़चनें उत्पन्न, घरेलू उलझनें व क्रोध भी अधिक आएगा।

तारीख 14 मई से 17 जून तक मंगल इस राशि पर (शत्रुस्थ) संचार करने तथा 11 मई 28 सितम्बर तक शनि वक्री रहने से व्यवसाय व गृह सम्बन्धी उलझनें बढ़ेंगी।

आय कम और खर्च अधिक होंगे। चोटादि लगने का भी भय है। सावधानी बरतें।

18 जून से 15 अगस्त तक मीन राशिस्थ मंगल पर शनि की विशेष दृष्टि रहने से व्यवसाय सम्बन्धी परेशानियां रहेंगी।

निकटस्थ बंधुओं से भी मन-मुटाव या तकरार की स्तिथि बनी रहेगी। व्यर्थ खर्च अधिक रहेंगे।

पुनः 4 अक्टूबर से 23 दिसम्बर तक मीनस्थ मंगल पर शनि की दृष्टि रहेंगी फलतः व्यर्थ परेशानियां रहेंगी।

तारीख 16 जुलाई से 15 अगस्त तक सूर्य-शनि मध्य परस्पर दृष्टि सम्बन्ध तथा 16 अगस्त से 15 सितम्बर के मध्य इस राशि पर

सूर्य की दृष्टि रहने से उपरोक्त अवधि में कार्य-व्यवसाय सम्बन्धी विशेष परेशानियां होंगी।

निकटस्थ बंधुओं से भी मन मुटाव या तकरार की स्तिथि बनेगी। व्यर्थ के खर्चे भी अधिक होंगे।

कुम्भ राशि हेतु उपाय Kumbh Rashifal 2021

(1) 7 शनिवार शनि मंदिर में शनि कवच पाठ करके सरसों के तेल का दीप जलाएं।

सातवें शनिवार शिवलिंग पर भी :ॐ नमः शिवाय” मन्त्र पढ़ते हुए कच्ची लस्सी और बेलपत्र चढ़ाना शुभ होगा।

(2) कार्तिक मास में प्रतिदिन सूर्य भगवान को “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मन्त्र के साथ अर्घ्य दें।

इस राशि के बारे में भी पढ़ें :  मीन राशिफल वार्षिक राशिफल जानिए

कुम्भ राशि – जनवरी 2021 महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 जनवरी – इस राशि पर राशिस्वामी शनि की स्वग्रही दृष्टि रहने से अत्यधिक संघर्ष के पश्चात धन लाभ एवं उन्नति के अवसर मिलेंगे।

भाई-बंधुओं का सहयोग उत्साह एवं पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। धर्म-कर्म में रूचि और बिगड़े काम बनेंगे।

किन्तु मंगल की चतुर्थ दृष्टि होने से गुस्सा ज्यादा स्वभाव में तेजी, आंखों का कष्ट व्यर्थ कलह होगी। सावधानी बरतें।

उपाय : श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करके शिव लिंग पर कच्ची लस्सी, बेलपत्र चढ़ाना चाहिए।

8 से 15 जनवरी –इस राशि पर शुक्र का संचार एवं शनि की स्वग्रही दृष्टि रहने से मिश्रित प्रभाव रहेगा।

कुछ सोची योजनाओं में कामयाबी के योग बनेंगे। व्यवसाय के क्षेत्र में संघर्ष के बावजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे।

विलासादि कार्यों एवं सुख-साधनों पर धन खर्च अधिक होगा। सप्ताहंत में व्यर्थ के कार्यों पर अधिक समय नष्ट होगा।

उपाय : मकर संक्रांति को खिचड़ी व तिल से बने हुए पदार्थ एवं फल का दान शुभ होगा।

16 से 23 जनवरी –इस सप्ताह इस राशि पर शनि एवं मंगल की दृष्टियां पड़ रही है।

जिससे अत्यधिक संघर्ष के पश्चात धन लाभ एवं उन्नति अवसर मिलेंगे। बंधुओं से सहयोग मिलेगा।

परन्तु पंचमस्थ राहु के कारण संतान एवं करियर सम्बन्धी चिंता बनी रहेगी।

सप्ताह के अंत में किसी नए कार्य की योजना को कार्यरूप देने में व्यस्त रहेंगे।

परन्तु स्वभाव में तेजी एवं क्रोध की अधिकता से परेशानी होगी स्वास्थ्य कुछ ढीला रहेगा।

उपाय : माघ माहात्म्य का पाठ करना शुभ होगा।

24 से 31 जनवरी –इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती एवं द्वादश में सूर्य-बुध-शनि के प्रभाव से बनते कार्यों में विघ्न आएंगे

परिवार एवं व्यवसाय सम्बन्धी दौड़-धूप, व्यर्थ परिश्रम एवं धन खर्च अधिक होंगे।

धर्म-कर्म में रुझान एवं शुभ कार्यों पर धन खर्च होगा।

उपाय : रोजाना माघ माहात्म्य का पाठ करके तिल से बने पदार्थों का दान करना शुभ होगा।

कुम्भ राशि – फरवरी 2021 महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 फरवरी – शनि साढ़ेसाती एवं द्वादश में सूर्य-शनि के प्रभाव से बनते कामों में विघ्न, घरेलू उलझनें व क्रोध की अधिकता से परेशानी रहेगी।

यद्यपि व्यवसाय क्षेत्रों में प्रतिकूल वातावरण का सामना रहेगा।

परंतु मान प्रतिष्ठा में वृद्धि एवं विदेशी कार्यों में प्रगति होगी।

सप्ताह के अंत में मानसिक तनाव मन में उदासीनता, उचाटता एवं अशांति बनी रहेगी। स्वास्थ्य भी कुछ ढीला रहेगा

उपाय : प्रतिदिन श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करके शिवलिंग पर कच्ची लस्सी और बेलपत्र चढ़ाना चाहिए

8 से 15 फरवरी – शनि की साढ़ेसाती एवं सूर्य-शनि द्वादश में होने से विभिन्न आर्थिक योजनाओं को क्रियान्वित करने में परेशानी विलंब होने से मानसिक तनाव बनेगा।

परिवार में कुछ भ्रामक धारणाओं से व्यर्थ की उलझनें उत्पन्न होंगी।

परंतु साझेदारी के कार्यों में हानि एवं व्यर्थ की परेशानी बनी रहेगी।

मन अशांत एवं असंतुष्ट रहेगा वाहन आदि सावधानी से चलाना चाहिए चोट आदि लगने का भय रहेगा।

उपाय : श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करना शुभ रहेगा

16 से 22 फरवरी -इस राशि पर सूर्य-बुध का संचार एवं राशि स्वामी शनि द्वादश भाव में होने से मिश्रित प्रभाव होगा।

आर्थिक क्षेत्र में उलझनों के बावजूद आय के साधन बनते रहेंगे।

सोची योजनाओं में विघ्न बाधाएं एवं परिवार में कुछ मतान्तर भी रहेगा।

सप्ताह के अंत में प्रत्येक कार्य में अनेक उतार-चढ़ाव एवं संघर्ष का सामना रहेगा।

लेन-देन के कामों में सावधानी बरतें व्यर्थ की भागदौड़ बनी रहेगी।

उपाय : प्रतिदिन श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करके गायों को मीठी चपाती या एवं हरा चारा खिलाना शुभ होगा

23 से 29 फरवरी -शनि की साढ़ेसाती एवं पंचमस्थ राहु के प्रभाव से मिश्रित फल होंगे।

पूर्वार्ध में मानसिक तनाव एवं घरेलू उलझनें में भी बढ़ेगी अत्यधिक संघर्ष के बाद धन आगमन के साधन बनते रहेंगे।

खर्चों की अधिकता होगी उत्तरार्ध भाग में कुछ रुके हुए कार्य में सुधार मान सम्मान में वृद्धि एवं निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे।

स्वास्थ्य ढीला, सिर दर्द एवं आंखों में कष्ट की संभावना बनी रहेगी

उपाय : श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करना शुभ होगा

कुम्भ राशि 2021 – मार्च महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 मार्च – इस राशि पर सूर्य-बुध का संचार होने से कार्य व्यवसाय में उन्नति व प्रगति के मार्ग सुलभ होंगे।

परिवार में शुभ मंगल कार्य भी संपन्न होंगे। कुछ बिगड़े हुए कार्यों में सुधार एवं उच्च प्रतिष्ठित लोगों से संपर्क लाभकारी रहेंगे।

लाभ स्थान पर मंगल-गुरु-केतु का योग होने से पारिवारिक मतभेद, क्रोध की अधिकता से लाभ के मार्ग में कुछ विघ्न उत्पन्न हो सकते हैं। मन अशांत एवं असंतुष्ट रहेगा

उपाय – शनिवार को कुष्ठ आश्रम में खिचड़ी और मिष्ठान आदि का दान करना शुभ होगा

8 से 15 मार्च – इस राशि पर सूर्य-बुध का संचार एवं शनि द्वादश होने से घरेलू परेशानियों के कारण मन व्यथित रहेगा।

परंतु आय की स्थिति मध्यम रहेगी बनते कार्यों में विघ्न, आलस्य एवं निराशा में वृद्धि हो सकती है।

सप्ताह के अंत में कार्य व्यवसाय में व्यस्तताएं बढ़ेगी। विलासादि पदार्थों पर धन खर्च हो सकता है

धन हानि एवं अफसरों से विरोध उत्पन्न होगा सावधानी बरतें।

उपाय – संक्रांति को श्री सुंदरकांड का पाठ करके मीठा प्रसाद बांटना शुभ होगा

16 से 23 मार्च – इस राशि पर बुध का संचार एवं पंचमस्थ राहु होने से विद्या एवं कैरियर के क्षेत्र में विद्यार्थियों को अनेक उतार-चढ़ाव एवं संघर्ष का सामना रहेगा।

परिवार में मतभेद भी उभरेंगे। सप्ताह के अंत में कारोबार में उतार-चढ़ाव एवं खर्च की अधिकता से परेशानी होगी।

क्रोध व उत्तेजना से कोई बनता हुआ कार्य बिगड़ सकता है।

उपाय – प्रतिदिन श्री दुर्गा कवच का पाठ करके कन्या पूजन करना शुभ होगा

24 से 31 मार्च – शनि की साढ़ेसाती एवं मंगल शनि द्वादश होने से विशेष शुभ फल प्रकट नहीं होंगे।

व्यवसाय में अत्यंत संघर्ष के बाद ही निर्वाह योग्य के आय के साधन बनेंगे।

व्यर्थ की भागदौड़ भी अधिक रहेगी। मन परेशान एवं उदासीन रहेगा।

सप्ताह के अंत में निकट बंधुओं से मतभेद, पति पत्नी में टकराव के हालात बनेंगे।

संयम पूर्ण व्यवहार करना शुभ होगा शत्रुओं से विशेष सावधानी रखें

उपाय – प्रतिदिन श्री नीलकंठ स्त्रोत एवं श्री महाकाल स्तुति का पाठ करना शुभ होगा

कुम्भ राशि 2021 – अप्रैल महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 अप्रैल – मंगल-शनि-गुरु का संचार द्वादश भाव में होने से प्रत्येक कार्य में संघर्ष विघ्न बाधाएं, अनावश्यक भागदौड़ तथा कार्य में विलंब के योग हैं।

विदेशी कार्यों में भी संघर्ष रहेगा। मंगल की षष्ठ भाव पर नीच दृष्टि होने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी, सिरदर्द चोट आदि लगने का भय रहेगा।

गुप्त चिंता, स्वभाव में तेजी व चिड़चिड़ापन अधिक रहेगा

उपाय – श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करके कन्या पूजन करना चाहिए

8 से 15 अप्रैल – इस सप्ताह में छठे भाव में नीच दृष्टि होने से व्यवसाय संबंधी भागदौड़ अधिक रहेगी।

अकारण क्रोध, उत्तेजना एवं व्यर्थ का तनाव रहेगा। चोट आदि का भय रहेगा।

सप्ताह के अंत में उद्योग की स्थिति में सुधार एवं धन लाभ के अवसर मिलेंगे।

संतान के कार्यों पर धन खर्च अधिक होगा। व्यर्थ लड़ाई झगड़े से सावधानी बरतें।

उपाय – वैशाख संक्रांति से वैशाख मास माहात्म्य का पाठ करना शुभ होगा

16 से 23 अप्रैल – तृतीया भावस्थ सूर्य का संचार एवं द्वादश में मंगल-गुरु-शनि का योग होने से आर्थिक समस्याएं आ सकती है। पहले से ही सावधानी बरतें

परंतु विदेश संबंधी कुछ रुके हुए कार्यों में कामयाबी के योग हैं। सप्ताह के अंत में मन परेशान एवं उदासीन रहेगा।

पति पत्नी में मतभेद एवं घरेलू उलझनें बढ़ेंगी। संतान के कैरियर संबंधी चिंता बनी रहेगी।

उपाय – प्रतिदिन श्री नीलकंठ स्त्रोत एवं श्री महाकाल स्तुति का पाठ करना शुभ होगा

24 से 30 अप्रैल – इस सप्ताह में मिश्रित प्रभाव होगा। विदेश संबंधी कार्यों में प्रगति एवं भाग्यवश लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।

विदेशी मित्रों से प्राप्त सूचना आप को उत्साहित कर सकती है। फिर भी विरोधी सक्रिय रहेंगे।

सप्ताह के अंत में दौड़-धूप अधिक, अकारण ही क्रोध एवं उत्तेजना से कोई बना हुआ कार्य बिगड़ सकता है सावधानी बरतें।

उपाय – प्रतिदिन पाप प्रशमन स्त्रोत का पाठ करके भगवान सूर्य को विधिपूर्वक अर्घ्य प्रदान करना चाहिए

कुम्भ राशि 2021 – मई महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 मई – इस सप्ताह में कुछ असमंजस के कारण लाभ मार्ग में व्यवधान एवं विलंब उत्पन्न होगा।

स्वास्थ्य संबंधी परेशानी एवं अत्यधिक परिश्रम के पश्चात ही निर्वाह योग्य धन की प्राप्ति होगी। धन का लेनदेन करते समय सावधानी बरतें।

सप्ताह के अंत में कुछ बिगड़े हुए कार्यों में सुधार एवं पारिवारिक सहयोग से कुछ कार्य बनेंगे।

मानसिक तनाव, क्रोध की अधिकता से कोई बनता हुआ कार्य बिगड़ भी सकता है सावधानी बरतें।

8 से 15 मई – इस राशि पर मंगल का संचार एवं शनि की साढ़ेसाती के कारण कार्यक्षेत्र में व्यस्तता बढ़ेगी।

यद्यपि आर्थिक हालात पहले से बेहतर होंगे। परंतु आर्थिक समस्याएं बनी रहेंगी।

पेट में विकार एवं सिर दर्द से परेशानी होगी। चोट लगने का भय रहेगा

उपाय – प्रतिदिन श्री दुर्गा कवच का पाठ करना शुभ होगा

16 से 23 मई – इस राशि पर मंगल का संचार एवं राशि स्वामी शनि वक्री होने से प्रत्येक कार्य में विघ्न, अनावश्यक भागदौड़ एवं विलंब के योग हैं।

आय की अपेक्षा खर्च अधिक एवं निकट बंधुओं से सहयोग में कमी रहेगी। सप्ताह के अंत में घरेलू उलझनें बढ़ेंगी।

संतान एवं उसके करियर संबंधी चिंता बनी रहेगी। वाहन आदि सावधानी से चलाएं।

उपाय – श्री महाकाल स्तुति का पाठ करके पीपल पर शुद्ध जल चढ़ाकर प्रदक्षिणा करना शुभ रहेगा

24 से 31 मई – इस राशि पर मंगल का संचार एवं शनि वक्री होने से व्यवसाय क्षेत्रों में परिस्थितियां संघर्षपूर्ण रहेंगी।

साझेदारी के कार्यों में हानि होगी आराम कम, दौड़-धूप अधिक रहेगी भूमि वाहन आदि का क्रय विक्रय ना करें। .

सप्ताह के अंत में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी और धन का खर्च अधिक होगा

उपाय – श्री महाकाल स्तुति का पाठ करना शुभ होगा

कुम्भ राशि 2021 – जून महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 जून – यह सप्ताह विशेष उथल-पुथल वाला होगा परंतु निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे।

देश विदेश संबंधी कार्यों में विघ्नो के रहते प्रगति होगी। परिवार में मतभेद, अनबन और तनाव रहेगा।

सप्ताह के अंत में सवारी आदि सुखों पर धन का खर्च अधिक होगा। बनते कार्यों में विघ्न एवं गुप्त शत्रु अपनी सरगर्मियां जारी रखेंगे।

उपाय – प्रतिदिन श्री हनुमद कवच का पाठ करना शुभ होगा

8 से 15 जून – मंगल का संचार इस राशि पर होने से विशेष महत्व के कामों में अड़चनें पैदा होगी।

विलासादि के कार्यों पर धन का खर्च अधिक होगा धन संचय करने में कठिनाई होगी

राशि स्वामी शनि वक्री स्थिति में होने से कार्यक्षेत्र में स्थिति असंतोषजनक ही रहेगी।

उपाय- प्रतिदिन श्री हनुमत कवच का पाठ करना शुभ होगा

16 से 23 जून – शनि वक्री होने से आय कम तथा खर्च अधिक होंगे। अधिकांश समय व्यर्थ के कामों में बीतेगा।

कुछ साधनों द्वारा ही धन प्राप्ति के योग हैं। विलास आदि कार्यों पर खर्च अधिक होगा।

व्यर्थ यात्रा में परेशानी होगी परिवार पर विभिन्न प्रकार की उलझनें उत्पन्न होगी।

सप्ताह के अंत में संघर्ष करने पर ही निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे

उपाय – प्रतिदिन श्री हनुमद कवच का पाठ शुभ होगा

24 से 30 जून – शनि वक्री स्थिति में होने से अर्थव्यवस्था के लिए संचित कोष में कुछ कमी होगी।

शुभ मंगल कार्यों पर धन का खर्च करना पड़ेगा किसी नए कार्य की योजना को कार्य रूप देने में प्रयत्नशील रहेंगे।

व्यवसाय में कुछ परिवर्तन एवं कार्यशैली पर परिवर्तन की संभावनाएं बढ़ेंगी।

परिवार में कुछ मतभेद भी उतरेंगे सप्ताह के अंत की भागदौड़ संतान संबंधी चिंता बनी रहेगी

कुम्भ राशि 2021 – जुलाई महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 जुलाई – मंगल पर शनि की विशेष तृतीय दृष्टि होने से कार्य व्यवसाय संबंधी विशेष परेशानियां होगी।

निकटस्थ भाई बंधुओं से भी मनमुटाव एवं तकरार की स्थिति बनेगी। व्यर्थ खर्च अधिक होंगे।

सप्ताह के अंत में कार्य क्षमता और सूझबूझ से पारिवारिक स्थिति को सुलझाने में प्रयत्नशील रहेंगे।

फिर भी पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद में दूसरों का हस्तक्षेप आवश्यक होगा सावधानी बरतें।

उपाय – प्रतिदिन श्री हनुमद कवच का पाठ करना शुभ होगा

8 से 15 जुलाई – इस सप्ताह में किसी अति महत्वपूर्ण कार्य में बनने के योग प्रबल होंगे। परिवार में खुशी के अवसर भी मिलेंगे।

उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क लाभकारी होंगे। सप्ताह के अंत में व्यवसायिक क्षेत्रों में संघर्षपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा।

उपाय – प्रतिदिन श्री हनुमद कवच का पाठ करना शुभ होगा

16 से 23 जुलाई – सप्ताह के आरम्भ में कार्य-व्यवसाय संबंधी विशेष परेशानियां रहेंगी न.

निकट बंधुओं से भी मन-मुटाव या तकरार की स्थिति बनेगी। शनि वक्री रहने से परिवार में विभिन्न प्रकार की उलझनें उत्पन्न होगी

व्यर्थ यात्रा, मानसिक तनाव, आराम कम, दौड़-धूप अधिक रहेगी सावधानी बरतें

उपाय – श्रावण मास माहात्म्य एवं नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करके शिवलिंग पर कच्ची लस्सी और बेलपत्र चढ़ाना शुभ होगा

24 से 31 जुलाई – सूर्य-शनि मध्य परस्पर दृष्टि संबंध होने से कार्य-व्यवसाय संबंधी विशेष परेशानियां रहेगी।

निकट-बंधुओं से तनाव की स्थिति बनेगी। व्यर्थ भागदौड़, धन का खर्च अधिक, मानसिक तनाव, मानसिक उचाटता एवं बनते कार्यों में अड़चनें आएंगी।

सप्ताह के अंत में परिवार में मतभेद एवं अपने भी पराए जैसा व्यवहार करेंगे।

उपाय – प्रतिदिन श्री नीलकंठ स्त्रोत का पाठ करना चाहिए

कुम्भ राशि 2021 – अगस्त महीने का साप्ताहिक एवं दैनिक भविष्यफल

1 से 7 अगस्त – सूर्य-शनि में दृष्टि संबंध होने से परिवार के संबंध में चिंतित रहेंगे।

किसी नजदीकी बंधु से मतभेद रहेंगे पिता-पुत्र में भी कुछ न कुछ परेशानी एवं संपत्ति संबंधी मतभेद रह सकते हैं।

सप्ताह के अंत में उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क लाभकारी रहेंगे। परंतु संघर्षपूर्ण हालात का सामना रहेगा।

जल्दबाजी में लिए गए निर्णयों में हानि होगी सावधानी बरतें

8 से 15 अगस्त – शनि वक्री स्थिति में होने से व्यवसाय संबंधी व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी।

आय अल्प एवं धन का खर्च अधिक होगा। परिवार में मतभेद एवं अपने ही परायो जैसा व्यवहार करेंगे।

सप्ताह के अंत में अत्यधिक परिश्रम करने पर निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे

क्रोध एवं उतावलेपन से काम बिगड़ने की संभावना बनी रहेगी।

उपाय – प्रतिदिन श्री हनुमद कवच का पाठ करना शुभ होगा

16 से 23 अगस्त – सप्ताह के आरंभ से ही सूर्य की दृष्टि होने से कार्य व्यवसाय संबंधी विशेष परेशानियां रहेगी।

निकट-बंधुओं से तनाव की स्थिति बनेगी मानसिक उचाटता तथा बनते कार्यों में अड़चनें पैदा होंगी।

स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी रहेगी सप्ताह के अंत में परिवार में शुभ मंगल कार्य संपन्न हो सकता है धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी।

उपाय – प्रतिदिन श्री दुर्गा कवच का पाठ करके कन्या पूजन करना शुभ होगा

24 से 31 अगस्त – सूर्य की सप्तम दृष्टि एवं शनि वक्री स्थिति में संचार करने से अकारण ही क्रोध, उत्तेजना, भागदौड़ व तनाव एवं व्यवसाय में संघर्षपूर्ण हालात का सामना करना पड़ेगा।

पारिवारिक मतभेद एवं अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे सप्ताह के अंत में हालात में सुधार परिवार में शुभ मंगल कार्य होंगे।

परंतु वाहन आदि सावधानी से चलाना चाहिए चोट आदि लगने का भय है

उपाय – प्रतिदिन श्री दुर्गा कवच का पाठ करके कन्या पूजन करना चाहिए

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