जबसे पारले – जी के रोला कोला की मार्केट में वापिस आने की ख़बर आई है, तबसे आप भी उस दशक की मशहूर टॉफियों को याद करके मुस्कुरा रहे होंगे।
- किसमी बार – इलायची के दीवाने लोगों के लिए यह एक धमाकेदार तोहफा हुआ करता था।
- चटर- मटर – इस स्वादिष्ट मीठे का आनंद सिर्फ एक रुपए में उठाया जा सकता था।
- आम चस्का – यह कैंडी खट्टे और मीठे का बेहतरीन मेल है।
- मैंगो बाइट– भले ही यह हमारे बचपन कि मनपसंद कैंडी है, परन्तु आज भी अगर हम इसे किसी स्टोर पे देखें तो खुद को इसे खरीदने से रोक नहीं पाते।
- लोको पोको – ना जाने क्या है इस लाजवाब लोको पोको में जो हमें बचपन से ही इसकी ओर इतना आकर्षित करता आया है। परंतु यह मानना पड़ेगा कि यह अपनी समय की शान हुआ करती थी।
- पान पसंद – स्वाद में लाजवाब होने के साथ – साथ बच्चे इसे खाने से लाल हो जानी वाली जीभ से भी बेहद प्रभावित रहते थे।
- पिम पोम लॉलीपॉप – लॉलीपॉप का ट्रेंड इसी के साथ शुरू हुआ था और आज भी बच्चे इसके दीवाने हैं।
- चॉकी – चॉकलेट की इस छोटी सी ट्यूब को देख कर हम बचपन में उछल जाया करते थे, आज भी इसका कोई मुक़ाबला नहीं है।
- कॉफी बाइट – इसे हर बच्चे की सबसे पहली कॉफे माना जाता था। क्यूंकि हमें सिर्फ इसे ही लेने की इजाज़त होती थी। भले ही आज कल हमें मीठी कॉफी बिल्कुल पसंद नहीं आती परंतु उस समय यह मीठी कॉफी ही हमारी पसंदीदा होती थी।
- फैंटम सिगरेट्स – यह बच्चों में बेहद लोकप्रिय हुआ करती थी। इसे हाथ में पकड़ने का एक अलग ही अनुभव हुआ करता था। इसे खाते हुए, एक पल के लिए हम भी “कूल” बनने की कोशिश किया करते थे।
- गुरु चेला – यह चटपटी गोलियां और इनका रंग बिरंगा पैकेट बच्चों को बेहद आकर्षित करता था।
- बूमर – उस दौर की सबसे लोकप्रिय चुइंग गम इसे ही माना जाता था। बूम – बूम – बूमर !
- बिग बबूल – याद है किस तरह हम इस बबल गम से सबसे बड़ा बबल बनाने का मुक़ाबला किया करते थे?
- आम पाचक – यह चटपटी आम के स्वाद वाली कैंडी हाज़मे में भी सहायता करती थी।
- सेंटर शॉक – शॉक लगा, लगा ! शॉक लगा ! कुछ याद आया ?
- पॉपिंस – यह रंग बिरंगी गोलियों का पैकेट तो हर किसी का मनपसंद हुआ करता था। पूरे पैकेट में हम सिर्फ अपने मनपसंद रंग को खोजा करते थे।
- चांद सितारे – खट्टे और मीठे के डबल स्वाद वाली यह कैंडी हर स्वाद के लोगों की प्रिय होती थी।
- महा लैक्टो – इस टॉफी को देखते ही हमें स्कूल के वह दिन याद आ जाते हैं जब हम अपने जन्मदिन पर दोस्तों में यह टॉफियां बांट कर जश्न मनाया करते थे।
- फ्रूटेला – विशिष्ट स्वादों में मिलने वाले इस बबल गम को याद करते ही मुंह में पानी आ जाता है।
- चा- पट – स्कूल से वापसी पर इसे खरीदना तो मानो अनिवार्य ही हो गया था।
हम आशा करते हैं कि इन सभी मीठी टॉफियों के बारे में पढ़ कर आपके बचपन की मीठी यादें भी वापिस आ गई होंगी।
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