ब्रिटिश सरकार के मंत्री माइकल गोवे ने मिडिया से बात करते हुए बताया की ब्रिक्सिट 31 अक्टूबर को ही किया जाएगा। माइकल ने बताया कि कई सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर दबाव डाला जा रहा है कि वह ईयू को पत्र लिख कर ब्रिक्सिट को कुछ दिन और के लिए स्थगित कर दें परंतु ब्रिटिश सरकार ने तय कर लिया है कि वह इसमें और विलंब नहीं करेंगे।
ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने (यानी कि ऐग्जिट) को ब्रिक्सिट का नाम दिया जा रहा है। दो वर्ष पहले ब्रिटेन के लोगों ने यूरोपियन संघ से अलग होने के पक्ष में जनमत संग्रह और मिहर लगाई थी। जैसे जैसे इस फैसले की तारीख नज़दीक आ रही है वैसे ही इस पूरे विषय पर मतभेद बढ़ते जा रहे हैं।
स्काई न्यूज़ से बात करते हुए इस पूरे फैसला के अध्यक्ष गोवे ने बताया कि ब्रिटेन सरकार के पास इतनी योग्यता है कि वह यह फैसला ले पाएँ इसलिए 31 अक्टूबर को ब्रिटेन ईयू से अलग हो जाएगा।
माइकल ने बताया कि वह पत्र सिर्फ इसलिए भेजा गया था क्योंकि संसद चाहती थी, परंतु वह पत्र प्रधानमंत्री की सोच को नहीं बदल सकता और ना ही सरकार के नीतिगत निर्णय को।