Best 6 Health Tips In Hindi एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन बीमारियों से तो लड़ता है लेकिन इसके दुष्परिणाम भी होते हैं.
बीमारियों से लड़ने के लिए चिकित्सक एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह देते हैं। लेकिन इनका स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव भी होता है।
एंटीबायोटिक्स लेने वाले व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है।
इसलिए जितना हो सके प्राकृतिक एंटीबायोटिक्स लेना चाहिए.
1. बैक्टीरिया से लड़ने में प्रभावी लहसुन
लहसुन अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है।
इसके अलावा इसे कई बीमारियों में दवा के रूप में भी प्रयोग करते हैं।
इसे नियमित खाएं तो बीमारियों से दूर रहने में मदद मिलेगी।
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2. मरहम के रूप में प्रयोग होता शहद
अरस्तु के दौर में शहद का प्रयोग किसी घाव को भरने के लिए मरहम के रूप में करते थे।
यह छाले, जलने, स्किन ट्रांसप्लांट में भी राहत देता है।
इसमें हाइड्रोजन परऑक्साइड प्राकृतिक रूप से होता है।
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3. ब्लड शुगर भी नियंत्रित करती अदरक
प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में अदरक भी प्रभावी है।
यह बैक्टीरिया के अलग-अलग तत्वों को नष्ट करने में मददगार है।
लो ब्लड शुगर और मितली की समस्या में भी इससे राहत मिलती है।
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4. लौंग का पानी बैक्टीरिया नष्ट करने में सहायक
दांतों की समस्याओं को दूर करने में लौंग का प्रयोग लंबे समय से किया जाता है।
लौंग को उबालकर उस पानी का प्रयोग बैक्टीरिया को नष्ट करने में प्रभावी है।
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5. प्रभावी है अजवाइन
अजवाइन की पत्ती इम्यूनिटी को बढ़ाती है। इसमें सूजन कम करने वाले तत्व भी होते हैं।
यह प्रभावी एंटीबायोटिक है। अजवाइन या उसके तेल का प्रयोग भी एंटीबायोटिक के रूप में होता है।
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6. फायदेमंद है दालचीनी
दालचीनी से संक्रमण और वायरस से सुरक्षा होती है. दालचीनी में प्राकृतिक एंटी-माइक्रोबियल, एंटीबायोटिक, तत्व होते है जो शरीर को संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है।
दालचीनी एसेंशियल ऑयल से शरीर की रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ती है। दालचीनी कवक संक्रमणों को मारता है।
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