छुट्टियों मनाने और यात्रा करने के लिए गर्मी का मौसम बहुत अच्छा समय होता है। हालांकि, यह अपने साथ सेहत की कई समस्याएं भी ला सकता है जैसे कि त्वचा में दिक्कत होना और संक्रमण। अगर हम अपनी त्वचा की उचित देखभाल करें, तो हम सेहतमंद और संक्रमण मुक्त त्वचा पा सकते हैं।
How to Avoid Skin Diseases in Summer
घमौरियों, संक्रमण से बचने के लिए
- व्यक्ति को हल्के और खुले हुए सूती कपड़े पहनने चाहिए, जिससे त्वचा में खुजली न हो।
- टाइट फिटिंग वाले सिंथेटिक कपड़े पहनने से बचिए।
- पसीना बहाने वाली बाहरी गतिविधियों, जिम के बाद कपड़े बदल लीजिए।
- व्यक्ति को अंधौरियां हो जाए तो गीले, ठंडे छिड़काव से आराम मिलता है और ये जल्दी ठीक होते हैं।
- मच्छरों के काटने पर होने वाली खुजली में खरोंचने से त्वचा में कीटाणु आ सकते हैं, जिससे त्वचा का संक्रमण होता है।
- नाखूनों को नियमित काटिए।
- शाम के समय पार्क जा रहे हैं, तो शरीर ढंककर रखें।
ऐसा माना जाता है कि आमों की वजह से फोड़े होते हैं। यह केवल एक मिथक है।
हालांकि, व्यक्ति को आम खाने के बाद अपना मुंह और हाथ साफ कर लेना चाहिए।
फंगल संक्रमण
गर्मी के मौसम के दौरान त्वचा पर फंगल संक्रमण होना ज्यादा आम हो जाता है।
अंधेरे, नमीयुक्त और गर्म वातावरण में त्वचा में फंगस तेजी से विकसित होता है, खासतौर पर कूल्हों के बीच में, पैरों के अंगुलियों के बीच में, कांखों में, स्तन के नीचे और नाखून में।
रिंगवर्म (टिनिया संक्रमण) और कैंडिडिआस त्वचा के सबसे आम फंगल संक्रमण हैं।
बच्चों में आमतौर पर खोपड़ी भी प्रभावित होती है और इसकी वजह से बाल झड़ सकते हैं।
यह फंगस तपती गर्मी में पनपता है, बहुत जल्दी फैलता है और उचित रूप से इलाज न करने पर स्थिति बिगाड़ता है।
फंगल संक्रमण रोकने के लिए
- गुप्तांगों के आसपास की त्वचा को साफ-सूखा रखिए।
- ऐसे कपड़े मत पहनिए जिनसे इस हिस्से में घर्षण या खुजली हो। खुली फिटिंग वाली अंडरवियर चुनें।
- टाइट जींस और सिंथेटिक फैब्रिक ड्रेसेस से बचें।
- जॉक इच यानी जांघ में फंगल के प्रति संवेदनशील हैं, तो नहाने के बाद एंटीफंगल पाउडर लगाएं।
- पैरों को अच्छे से धोएं, विशेषकर अंगुलियों के बीच।
- पब्लिक पूल, शॉवर का इस्तेमाल करते हुए शॉवर शूज या फ्लिप फ्लॉप पहनिए।
- हवादार जूतों या सैंडल्स पहनिए।
अपने शरीर का तापमान मैंटेन करने के लिए चूंकि गर्मी में ज्यादा पसीना आता है, इसलिए स्वेद ग्रंथियों को बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है।
बहुत ज्यादा काम करने वाली ग्रंथियां ब्लॉक हो जाती हैं। इसकी वजह से छोटी, खुजली वाली गांठों का निर्माण हो जाता है, जिसे घमौरी या अंधौरी कहा जाता है।
बाहर या गर्मी में, आर्द्रता वाले माहौल में जाने पर इनमें काफी खुजली होती है। गंदी उंगलियों या नाखून से खुजलाने से त्वचा में संक्रमण हो सकता है, जिसे हीट बॉयल या फोड़ा कहते हैं।