फूड पॉइज़निंग तब होती है जब हम ऐसे भोजन का सेवन करते हैं जो बैक्टीरिया, वाइरस, दूसरे रोगाणुओं या विषैले तत्वों से संक्रमित होता है। बच्चे और बुज़ुर्ग फूड पॉइज़निंग के शिकार अधिक होते हैं क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है।
Food Poisoning Symptoms and Treatment
सामान्य लक्षण
- पेट में दर्द और मरोड़ होना
- डायरिया (कभी-कभी दस्त के साथ ख़ून आना)
- सिरदर्द, चक्कर आना, जी मचलाना और उल्टी होना
- ठंड लगकर बुखार आना
- आंखों के आगे धुंधल का छा जाना
- बेहोशी
गम्भीर लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ होना
- पेट फूलना
- आंखों और त्वचा का पीला पड़ना
- जोड़ों में सूजन
- खून की उल्टियां होना
संक्रमण के कारण
- पशु और मानव मल द्वारा संक्रमित पानी को फसलों को उगाने और सिंचाई के लिए उपयोग में लाना
- प्रोसेसिंग के दौरान मांस, मछली, चिकन का बैक्टीरिया के संपर्क में आना
- शौच के बाद हाथों को ठीक तरीके से ना धोना
- खाना बनाने-खान केे बर्तनों का गंदा होना
- डेयरी उत्पादों को लंबे समय तक सामान्य तापमान पर रखना
- फ्रोज़न चीज़ों को उचित तापमान पर स्टोर नहीं करना
- कच्ची सब्ज़ियों और फलों को ठीक तरह से धोए बिना इस्तेमाल करना
- अधपके मांस या अंडे का सेवन करना
- संक्रमित और गंदे जल का सेवन करना
- आवश्यकता से अधिक खाना
Health Topics In Hindi
फूड पॉइज़निंग (Food Poisoning Symptoms and Treatment) के अधिकतर मामलों में स्टेफायलोकोकस या ई. कोलाई बैक्टीरिया का संक्रमण पाया जाता है।
यह रक्त, किडनी और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इसके अलावा सालमोनेला, स्टेफाइलोकोकाई और क्लॉसट्रिडियम बोट्यूलियम जैसे रोगाणु भी खाद्य पदार्थों को संक्रमित करते हैं।
क्लॉसट्रिडियम बॉट्यूलियम द्वारा उत्पन्न संक्रमण को गंभीर फूड पॉइज़निंग माना जाता है, क्योंकि इसमें रोगाणु सीधे तंत्रिका तंत्र पर हमला करते हैं।
फूड पॉइज़निंग (Food Poisoning Symptoms and Treatment) के लक्षण खाना खाने के 2 से 6 घंटे के बाद दिखाई देने लगते हैं।
बचाव के लिए उपरोक्त मामलों से बचते हुए यह भी ध्यान रखें कि एक्सपाइरी डेट के खाद्य पदार्थों का सेवन न करें तथा पानी की स्वच्छता का ध्यान रखें।
उपचार के लिए प्राथमिक लक्षण दिखते ही डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
विलम्ब होने और तंत्रिका तंत्र को नुकसान होने पर यह जानलेवा हो सकता है।
घरेलू नुस्खा:– फूड पॉइज़निंग का लक्षण दिखाई दे रहा हो तो अदरक की चाय का सेवन तत्काल शुरू कर दें।
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