कई लोगों के कान में इस तरह की आवाज़ें आती हैं। इसे टिनिटस कहते हैं। टिनिटस की समस्या होने पर कान में झींगुर की आवाज़, टिक-टिक की आवाज़, ट्रेन की आवाज़, कान में सीटी-सी बजना सुनाई देता है।
इस तरह की समस्या अधिकतर उम्र बढ़ने के साथ होती है। कई बार युवाओं में भी इसके लक्षण देखे जाते हैं। इस तरह की समस्या होने पर डॉक्टर द्वारा टिनिटस रीट्रेनिंग थैरेपी दी जाती है।
इस थैरेपी के द्वारा मरीज़ को आवाज़ के साथ रहने की आदत डलवाई जाती है। इसके साथ ही टिनिटस मास्क पहनाया जाता है।
यह श्रवण यंत्र की तरह होता है। इस तरह की परेशानी अधिकतर ब्लडप्रेशर और डायबिटीज़ के मरीजों के साथ-साथ धूम्रपान करने वाले लोगों में देखी जाती है।
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यह समस्या स्थायी और अस्थायी दोनों तरह की हो सकती है। सर्दी-ज़ुकाम होने पर कान का बंद हो जाना या अजीब आवाज़ आना ऐसा अस्थायी तौर पर होता है। टिनिटस की समस्या होने पर बिना देरी किए चिकित्सक की मदद लें।
सावधानियां
जिन लोगों को इस तरह की समस्या रहती हैं उन्हें शोर वाली जगह में अधिक नहीं रहना चाहिए।
- ट्रैफिक पुलिसकर्मी
- एयरपोर्ट पर काम करने वाले कर्मचारी
- मशीनों के आसपास काम करने वाले कर्मचारी
- ऐसे लोगों को अपनी ड्यूटी बदलते रहने चाहिए
चार घंटे से अधिक कान में ईयरफोन लगाकर रहने वाले लोगों को भी यह समस्या होती है। इसलिए अधिक समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बचें।
क्यों होता है
ऐसा तब होता है जब बहुत देर तक शोर वाली जगह पर काम करते हैं या यदि कोई कान के पास कोई पटाखा फोड़ दे, कान में पानी जाने पर मैल के फूल जाने पर रुकावट होना, मैल का कान के पर्दे से टकराना।